देहरादून, उत्तराखंड एक महिला अपनी मर्जी से वोट डाल देती है और जब यही बात गांव के दबंगों को पता चलती है कि उन्हें वोट नहीं देकर किसी और को वोट दिया था तो उस महिला से बदला लेने के लिए उन दबंगों ने उस महिला के ससुर और पति को बंधक बनाया उनके सामने ही उस महिला का चीर हरण करते हैं उसका बलात्कार करते हैं यही नहीं यह कहानी हमने कुछ दिन पहले आपको सुनाई थी साथ ही एक और कहानी थी
एक महिला अपनी मर्जी से किसी के साथ चली जाती है और जब उस व्यक्ति के साथ चली जाती है तो गांव के लोगों को पता चलता है उसके घर के लोगों को पता चलता है तब उस महिला को सजा देते हैं और लगभग 16-17 लोग उसके साथ गलत करते हैं दरअसल यह किस्से यह कहानियां मैंने सुनाई थी एक किताब में देखकर यह किताब है “खाकी में इंसान” और इस किताब का पहला पन्ना अगर आप पढ़ लेंगे तो बहुत ही शानदार बात लिखी हुई है
इसमें लिखा है कि मेरा कहना है “पुलिस की वर्दी में होते हुए भी इंसान बने रहना इतना मुश्किल तो नहीं” इसे लिखने वाले कोई और नहीं है बल्कि आईपीएस अशोक कुमार हैं जो कि उत्तराखंड के डीजीपी हैं…पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें