आनंद, गुजरात आज के दौर में कोई यूपीएससी क्लियर करने के बाद आईपीएस ऑफिसर बनता है और उसे पहली पोस्टिंग में लगभग बताया जाता है कि Rs100000 या थोड़ी बहुत ज्यादा सैलरी मिल जाती है लेकिन आज की सच्ची घटना जो हम आपको सुनाने जा रहे हैं यह है साल 1975 की तब किसी आईपीएस ऑफिसर को लगभग Rs1000 की तनखा मिलती थी वेतन मिलता था Rs1000 वेतन मिलता है और उस दौर में एक साथ 7-8 लाख रुपए लाकर आपको कोई दे दे तो जाहिर सी बात है आपकी किस्मत बदलनी तय है
यह आईपीएस ऑफिसर अपनी ईमानदारी का चोला ओढ़े हुए थे उन्होंने कहा कि मुझे तो पैसे नहीं लेने हैं लेकिन इसके अलावा चाहे वह डीएसपी हो, एसपी हो, डीआईजी हो या कोई और अधिकारी जिस जिसके पास पैसे पहुंच रहे थे सभी पैसे ले रहे थे यानी कि पूरा का पूरा थाना पूरा का पूरा जिला बिक चुका था एक ऑफिसर ऐसा था जो बिका नहीं था। बात प्रदेश के गृहमंत्री से लेकर तमाम बड़े बड़े अधिकारियों नेताओं तक पहुंच जाती है
लेकिन वह झुकता नहीं है ऐसे कह सकते हैं जैसे कि आज की तारीख में एक फिल्म आई थी पुष्पा “मैं झुकेगा नहीं साला” वह झुका नहीं और जो कहानी बनकर तैयार हुई वह कहानी वाकई अपने आप में बहुत दिलचस्प है… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें