बरेली, उत्तर प्रदेश 10 मार्च 2025 की सुबह अभी ना सूरज निकला था ना लोग पूरी तरह से जागे थे जो लोग जाग चुके थे उन्होंने सायरन की आवाज सुनी और यह सायरन था पुलिस की गाड़ियों का लगभग 70 से ज्यादा गाड़ियां थी 300 से ज्यादा पुलिस वाले उनमें शामिल थे उन पुलिस वालों ने एक गांव लगता है अगरास उस गांव को चारों तरफ से घेर लिया
घेरने के बाद पुलिस वाले आवाज़ लगा रहे थे ठीक वैसे ही सीन चल रहा था जैसे फिल्मों में दिखाया जाता है दरअसल ये अगरास गाँव लगता है उत्तर प्रदेश के बरैली का एक थाना लगता है फतेहगंज पश्चिम इसी थाना छेत्र का ये गाँव होता है जब गांव वालों ने पता करने की कोशिश की कि आखिरकार पुलिस कौन है इतनी सारी पुलिस आई क्यों है तो पता चलता है कि उत्तराखंड का एक जिला लगता है उधम सिंह नगर उधम सिंह नगर के जिले की ये पुलिस होता है
लगभग 48 घरों को खंगाला जाता है कई घरों के ताले तोड़े जाते हैं कई घरों के दरवाजे थोड़े जाते हैं और 16 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया यह जानने के लिए ये समझने के लिए की आखिरकार नशीली दवाइयों का जो दुरुपयोग हो रहा है उसकी रोकथाम करने की पुलिस की प्रक्रिया थी इस रेड की सूचना पूरे उत्तर प्रदेश प्रशासन को पड़ जाती है… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें