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Society

जब पुलिस वाले दो बाबाओं को पकड़ने के लिए खुद बाबा बन जाते हैं 

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मथुरा, सूरत
हर साल की तरह उड़ीसा के गंजम जिले के अंदर ठाकुर यात्रा निकाली जा रही थी जिसमें बड़ी संख्या में हजारों की संख्या में लोग शामिल होते हैं इस यात्रा में दो ऐसे अजनबी व्यक्ति थे जिनको बहुत सालों से देखा ही नहीं गया था तभी एक लड़के ने उन्हें देखा और देखने के बाद उनका पीछा करना शुरू कर दिया जब शाम को अपने घर जाते थे तो पता चलता है कि पास कहीं गांव है चंदनपुर वहां पर जा रहे थे

चंदनपुर में उसका घर देखता है तभी मौका पाते ही वो लड़का पुलिस को फोन करता है पर इसे कहते हैं कि साहब आप जिसको 21 साल से तलाश कर रहे हैं वह हो सकता है यह दोनों हों अब 21 साल पहले जो व्यक्ति गायब थे उन्हें ढूंढने के लिए पुलिस लगातार कोशिश कर रही थी लेकिन पुलिस को मिल नहीं रहे थे फिर तो सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पोहोंचती है और घेराबंदी करके उन दोनों लड़कों को गिरफ्तार कर लेती है एक लड़के का नाम होता है रंजू किसोई और दूसरे का नाम होता है रानू नायक

जब वह गिरफ्तार किए गए थे तो बड़ी संख्या में गांव के लोगों ने घेर लिया और कहा तुम इन दोनों को क्यों गिरफ्तार कर रहे हो तब पुलिस वाले कहते हैं कि शायद तुम भूल रहे हो साल 2002 में यह दो लड़कियों को लेकर भागे थे एक लड़की का नाम संतोषी होता है जिसकी उम्र 19 साल थी और दूसरी लड़की थी नर्मदा जिसकी उम्र साल 2002 में 20 साल थी

यह लेकर यहां से जाते हैं जाने के बाद सीधा पहुंचते हैं गुजरात के सूरत में और सूरत में रहना खाना शुरू कर देते हैं उनके साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं लेकिन लड़कियां जब शादी के लिए जिद करने लगती हैं तब इन्होंने मौका पाते ही लड़कियों की गर्दन को मरोड़कर और एक तापी नदी है उसके किनारे पर फेंक देते हैं… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें

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