वसंत कुंज, दिल्ली जब जब किसी पुरुष पर कोई आपत्ति आती है तो सबसे पहले उसकी मदद के लिए कोई और नहीं बल्कि उसकी पत्नी उसकी ढाल बनकर सामने खड़ी हो जाती है आज की जो सच्ची घटना हम आपको सुनाने जा रहे हैं यह सच्ची घटना में कुछ ऐसा ही होता है कोई नकली व्यक्ति ऑफिसर बन कर बात करता था और वह सीधा फोन करता था तो पत्नी हमेशा ढाल बनकर सामने खड़ी हो जाया करती थी इसी बहाने सामने वाला व्यक्ति जो होता है धीरे-धीरे करके 25 महिलाओं को फोन करता है उनमें से न जाने कितनी महिलाओं की वह आबरू लूटता है और ना जाने कितनी ही महिलाओं से वो वसूली करता है बहुत सारे पैसे इस तरह से वसूलता था लेकिन एक गलती ने उस व्यक्ति को न केवल सलाखों के पीछे पहुंचाया बल्कि जब उसके पीछे के मंसूबे वह बताता है तो सब जानकर हैरान थे परेशान थे कि कोई व्यक्ति आखिरकार इस हद तक कैसे जा सकता है
आज की जो सच्ची घटना हम आपको सुनाने जा रहे हैं यह सच्ची घटना है राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का एक इलाका है वसंत कुंज। एक व्यक्ति फोन करता है जैसे ही घंटी बजती है उधर से एक महिला बोलती है इधर से कहा जाता है कि मैं सीबीआई ऑफिसर बात कर रहा हूं क्या मेरी बात कुलदीप चौधरी से हो सकती है तो सामने महिला कहती हैं कि वह तो किसी काम से बाहर गए हैं मैं उनकी पत्नी बात कर रही हूं तभी वह बहुत गुस्से में होता है और कहता है जितनी जल्दी हो सके मेरी उनसे बात कराइए क्योंकि उन्होंने जो अपराध किया है वह अपराध क्षमा लायक नहीं है उन्हें बहुत बड़ी सजा हो सकती है कम से कम 11 साल के लिए वह सलाखों के पीछे जाने वाला है
जब इस तरह की बात पत्नी सुनती है तो पत्नी घबरा जाती है वह कहती है कि क्या बात है क्या परेशानी है क्या मैं जान सकती हूं वह नकली सीबीआई अक्सर कहता है कि आपको जानने का कोई अधिकार नहीं है जब पति आए तो उससे बात करा देना नहीं तो हमारी पूरी टीम आएगी और तुम्हारे पति को गिरफ्तार करके ले जाएगी बस इतना था की पत्नी घबराने लगती है परेशान होने लगती है उसकी आवाज साफ जाहिर हो रहा था कि वह डरी हुई है अब सामने वाले व्यक्ति ने उससे कहा कि ठीक है मैं बात कर सकता हूं लेकिन मैं उस महिला से आपकी बात कराना चाहता हूं जिस महिला के साथ अत्याचार हुआ है अपराध हुआ है…. पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें