Connect with us

Crime

फिल्म डायरेक्टर नीरज ग्रोवर की हिला देने वाली कहानी

Published

on

मलाड, मुंबई

चर्च में एक लड़की आया करती थी प्रार्थना करने के लिए और वह अपनी मन्नतें मांगने के लिए जब आया करती थी तो वह बचपन से ही यहां पर उसके आने-जाने का सिलसिला लगा रहता था और देखती थी कि एक लड़का भी यहां पर आता है धीरे-धीरे वक्त आगे चलता है दोनों बड़े होने लगते हैं और दोनों की दोस्ती कब प्यार में बदल जाती है पता ही नहीं चलता दोनों ही अपने-अपने फील्ड में मेहनत कर रहे थे लड़का बड़े होकर नेवी का ऑफिसर बन जाता है और लड़की बड़े होकर कन्नड़ फिल्म की हीरोइन बन जाती है और यहां से इन दोनों ने फैसला किया कि जिंदगी जिएंगे साथ मरेंगे साथ जब भी रहेंगे साथ-साथ रहेंगे।

बस यह फैसला था अचानक ही तीसरे व्यक्ति की दखल यहां पर आती है और जैसे ही दखल होती है वैसे ही यहां पर एक कत्ल होता है इतना भयानक कत्ल कि इस कत्ल की गूंज पूरे हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में गूंज जाती है आज हम श्रद्धा के कत्ल के बारे में बात करते हैं तो उसके 35 टुकड़ों की गूंज हर किसी की जुबान पर है हर कोई एक ही मांग करता है कि उसके आरोपी को सजा मिलनी चाहिए वह भी कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए लेकिन जिस कत्ल की में बात करता हूं उसमें 35 नहीं बल्कि 300 से ज्यादा टुकड़े किए गए थे शरीर के। इंसान को मार तो दिया था जब उसके 300 टुकड़े होते हैं तो इस बात की गूंज हर जगह गूंजती है लेकिन अफसोस वही होता है जो आज मीडिया लगातार जाहिर करने की कोशिश कर रहा है उनको उतनी सजा नहीं मिलती जितनी कत्ल करने के बाद अपराधी को मिलनी चाहिए।

आज की जो सच्ची घटना हम आपको सुनाने जा रहे हैं यह सच्ची घटना है महाराष्ट्र प्रदेश का एक इलाका है मलाड। दरअसल एक लड़की सन 2006-7 के आसपास अपने केरल के कोच्चि को छोड़कर सीधा मुंबई की ओर रुख करती है वह चाहती थी कि बॉलीवुड की फिल्मों में उसे मौका मिलेगा अवसर मिलेगा तो अवसर मिलने के बाद वह बॉलीवुड में अपना नाम कमाना चाहती थी और धीरे-धीरे करके ऐसे ही उसने एक प्रोडक्शन हाउस से दूसरे प्रोडक्शन हाउस और दूसरे से तीसरे में जाने के बाद अपना ऑडिशन दे रही थी ताकि किसी फिल्म में किसी टीवी प्रोडक्शन में उसे काम मिल जाए और अपनी जिंदगी की नई शुरुआत कर सके। लेकिन कहानी कुछ और ही मोड़ ले लेती है।… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें

Continue Reading