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Crime

3 बोरियों में नोटों की गड्डी देखकर हैरान। करे तो क्या करें?

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बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश
यह कहानी उन दिनों की है जब मैं प्रिंट मीडिया में काम किया करता था हिंदुस्तान अखबार के लिए रिपोर्टिंग किया करता था दोपहर का समय था और सूचना मिलती है कि एक बहुत बड़ी डकैती को अंजाम दिया गया है जैसे सूचना मिलती है मैं अपने साथी पत्रकार संजीव कुमार शर्मा के साथ उस घटनास्थल की ओर जाता हूं जहां पर बदमाशों को आखिर बार देखा गया था हम लोग पहुंच जाते हैं जाकर देखते हैं तो पहले से ही वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे पुलिस वाले भी हैं बहुत सारे लोग हैं और उनको ढूंढने की कोशिश कर रहे थे।

बताया जा रहा था कि कभी बाजरे के खेत में है तो कभी किसी और खेत में इसी तरह से काफी देर हो जाती है और हम लोग हार थक कर एक रेलवे लाइन गुजर रही थी उसपर बैठ जाते हैं यहां से पुलिस वाले कम होंगे तब जाकर हम लोग कोई खबर लिखें। हम लोग इंतजार कर रहे थे।

इसी बीच एक छोटा सा बच्चा जोर जोर से चिल्ला रहा था चीक रहा था कि यहां पर कुछ है बहुत देर से फोन लगा रहा था तो शुरुआत में तो हर किसी ने उस घटना को आवाज को इग्नोर किया लेकिन तभी 2-3 लोग जब वहां जाते हैं और वह जोर-जोर से आवाज लगाते हैं तो वाकई आश्चर्य ही होता है देखकर हम और बाकी जो पत्रकार होते हैं मौके पर जाकर देखते हैं तो बोरियों में भरे हुए नोटों की गड्डियां थी… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें