एक बार एक गांव में पंचायत आयोजित की जाती है उस पंचायत में एक लड़की को लेकर फैसला लिया जाता है कहा जाता है कि यह लड़की गांव के लिए बहुत बड़ा खतरा है यहां के युवाओं को बुजुर्गों को लोगों को परेशान कर सकती है उनको गंदा कर सकती है इसलिए इस लड़की को गांव में रहने का कोई अधिकार नहीं है इसे यहां से भगाया जाता है यदि यह लड़की गांव में वापस लौट कर आती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी
वह लड़की थी कहां रहती किसके साथ रहती इसलिए साल 6 महीने बाहर तो रहती है लेकिन मां बाबा की जब उसे याद आती है तो लौट कर वापस गांव आ जाती है जैसे गांव आती है पंचायत के लोगों को पता चल जाता है पंचायत के लोग गुस्सा करते हैं और कहते हैं कि इसे पुलिस के हवाले कर दो उसे पुलिस में दिया जाता है यह सोच कर कि पुलिस इसके खिलाफ कोई कार्रवाई करे उसके साथ बलात्कार किया लेकिन पुलिस ने जो उस लड़की के साथ किया वह बहुत ही चौंकाने वाला और शर्मनाक था।…
चौकाने वाली बात यह है कि उसकी किसी भी चीज में कोई गलती नहीं थी ना पंचायत में ना जो पुलिस के हवाले करते हैं उसमें लेकिन फिर भी उसके साथ ऐसा होता है आज की जो कहानी है वाकई बहुत परेशान करने वाली है कह सकते हैं कि इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली कहानी है समाज के कई तरह के चरित्र भी आपको दिखाएगी और यह सोचने पर मजबूर करेगी एक इंसान का सब्र जो होता है वह कितना हो सकता है यह सब्र के बांध को तोड़ने वाली कहानी है।… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें