मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश शामली से एक ट्रक चलकर लखनऊ के लिए जा रहा था और जैसे ही रास्ते में उस ट्रक ड्राइवर को भूख लगती है तो ट्रक ड्राइवर एक मुरादाबाद में जगह लगती है कैच की पुलिया बात है 24 जनवरी 2024 की वह इस ढाबे पर रोक कर आराम से खाना खाने के लिए रुका था इसी बीच में पता चलता है की बड़ी संख्या में यहां पर लोग आ जाते हैं और हंगामा शुरू कर देते हैं दरअसल उस ट्रक के अंदर कुछ पशु भरे हुए थे और यही सूचना फैल जाती है कि इसके अंदर गोवंश भरे हुए हैं देखते ही देखते जो थाना इंचार्ज होते हैं उनके पास भी सूचना मिलती है वह भी मौके पर पहुंच जाते हैं और मौके पर पहुंचने के बाद वहां जाकर देखते हैं तो कुछ लोग बहुत जबरदस्त तरीके से हंगामा कर रहे थे
पुलिस ने उनको शांत किया और शांत करने के बाद कहा कि अभी देखते हैं उनसे बातचीत करते हैं और बातचीत करने के बाद जो भी कुछ इनकी गलतियां होंगी उसके बाद कार्रवाई करेंगे जैसे ही ट्रक को खोला जाता है ट्रक को खोलने के बाद देखते हैं तो उसके अंदर मुर्रा प्रजाति के कुछ भैंसे भरे हुए थे और जैसे ही भैंसों को देखते हैं तो उसके बाद हंगामा करने वाले शांत हो जाते हैं लेकिन उसके बाद कुछ देर के बाद फिर से हंगामा शुरू कर देते हैं कहते हैं कि कुछ ना कुछ कार्रवाई तो करने ही पड़ेगी जब बात कार्रवाई की आती है तो एस ओ भी परेशान हो जाते हैं अब कार्रवाई करें तो क्या करें
तभी उन पर एक धारा बनती है पशु क्रूरता अधिनियम की धारा जब पशु क्रूरता की धारा बनती है एफ आई आर दर्ज कर ली जाती है दर्ज करने के बाद अब जो भी कोर्ट निर्णय देगा वो कोर्ट देगा इस बीच में जो वह जितने भी पशु होते हैं वह पशु किसी को सुपुर्द करने के लिए जिम्मेदारी होती है एस ओ की अब एस ओ ने अपना काम करना शुरू कर दिया लेकिन हंगामा करने वालों में एक व्यक्ति ऐसा था उसने कहा कि जितने भी यह भैंसे हैं यह भैंसे हमारे सुपुर्द कर दीजिए इन्हें हमें दे दो और जो भी कोर्ट का फैसला होगा उसे देखा जाएगा… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें