जालौन, उत्तर प्रदेश दोस्तों कुछ कहानियां ऐसी हो जाती हैं जो कहानियां लंबे समय तक चर्चा में रहती हैं समय चाहे कितना ही बीत जाए लेकिन वह कहानी कभी पुरानी नहीं होती आज की कहानी शुरू होती है उत्तर प्रदेश के जिला जालौन से। और इसी का एक थाना लगता है कौंच
इस कहानी को शुरू करें उससे पहले हम आपको थोड़ी सी एक छोटी सी बात बता देना चाहते हैं दरअसल सेंट्रल जेल फतेहगढ़ थी और वहां पर एक एसएचओ इंस्पेक्टर है जिनका नाम डीडीएस राठौर होता है एक बात थी जो उनके मन में लगातार पल रही थी और वह बात दिल में थी और दिल से कब दिमाग में चली जाती है पता ही नहीं चलता उसके बाद सोचते सोचते एक दिन उन्हें हार्ड अटैक होता है और वह मर जाते हैं
जिस दिन वह मरते हैं पूरा उत्तर प्रदेश खासकर पुलिस डिपार्टमेंट के लोग उन्हें याद करते हैं उस घटना को याद करते हैं सोचते हैं कि काश उस दिन ऐसा ना होता तो आज वह जीवित होते। वह तो चले गए लेकिन उस घटना के साथ-साथ उनका बेटा जिसका नाम है अजय सिंह आज भी सलाखों के पीछे अपनी जिंदगी गुजार रहा है यह कहानी वाकई अपने आप में बहुत दर्दनाक है बहुत परेशान करने वाली है… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें