कानपूर, उत्तर प्रदेश कई महीने बीत जाने के बाद एक दरोगा अपने गांव जाता है अपने परिवार से मिलने के लिए अपनी पत्नी से मिलने के लिए ऐसी मुलाकात करने के बाद उसे याद आता है कि किसी को कुछ पैसे भेजने हैं तभी वह अपने मोबाइल से ट्रांजैक्शन करने की कोशिश कर रहा था लेकिन ट्रांजैक्शन हो नहीं पाती है इसलिए अपनी पत्नी से मोबाइल मांगता है पत्नी मोबाइल देने से शुरुआत में तो इंकार करती है लेकिन जब पति मांग रहा था तो आखिरकार उसको मोबाइल देना ही पड़ा जब मोबाइल देखता है देखते हुए कहता है कि एक भी यूपीआई चल नहीं रहा है आखिरकार क्या मामला है तुम हमेशा ही अपने मोबाइल से यूपीआई को डिलीट कर देती हो
यूपीआई मतलब जैसे ‘फोन पे’ होता है ‘गूगल पे’ होता है या इस तरह से ‘पेटीएम’ होता है अक्सर जो पैसे पति भेजता है वह यूपीआई के माध्यम से भेजा करता था लेकिन पत्नी के मोबाइल में जब नहीं चल रहा था तब वह जिद करने लगता है कि तुम इसमें मोबाइल में यह डाउनलोड करो और चालू करके दो मुझे कुछ देखना है मुझे किसी को कुछ भेजना है
जब दरोगा ने अपनी पत्नी से जिद की तो आखिरकार पत्नी को ज़िद के आगे झुकना पड़ा और वह डाउनलोड करने के बाद आखिरकार ट्रांजैक्शन वगैरह कर ली जाती है अब जो पति होता है वह यही सोच रहा था कि मैं जब भी आता हूं तब तक यह app हमेशा डिलीट हो जाती है आखिरकार माजरा क्या है … पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें