प्रयागराज, लखनऊ 30 मई 2022 यह वो तारीख थी जो कितने ही लोगों के लिए भविष्य तय कर रही थी दरअसल उस दिन यूपीएससी का रिजल्ट आया था साल 2021 का एक छोटी बहन जिसका नाम आरती होता है वह अपनी बड़ी बहन ज्योति से कहती है कि दीदी एक नाम है क्या यह नाम तुम्हारा ही है जिसमें 432 वीं रैंक प्राप्त हुई है
जैसे ही छोटी बहन ने बड़ी बहन से यह बात कही तो बड़ी बहन ने कहा हां बस हां करना था कि उसने सबसे पहले ही खुशी का इज़हार अपनी मम्मी से कहा और मम्मी के बाद पापा से बात की जैसे ही पापा को यह बात पता चलती है तो पापा रोने लगते हैं पापा का जैसे ना जाने कितने वर्षों का सपना था जो कि पूरा हो चुका था अब बात पापा तक नहीं थी बात मम्मी तक नहीं थी बात गांव तक पहुंच जाती है और गांव के बाद फिर मीडिया तक बात पहुंच जाती है अब जहां देखो वहां ज्योति का नाम लिया जा रहा था और ज्योति के नाम की मिठाइयां बांटी जा रही थी खुशियों के गीत गाए जा रहे थे
धीरे-धीरे करके ऐसे ही वक़्त आगे गुजरने लगता है 2 साल तक वह लड़की नौकरी करती है लेकिन एक दिन ऐसा तूफान आता है उस तूफान के बारे में किसी ने कल्पना ही नहीं की थी दरअसल ज्योति के बारे में सोशल मीडिया पर एक बात वायरल होने लगती है की लड़की तो जाति से ब्राह्मण है पंडित है और उसको नौकरी SC कैटेगरी में कैसे मिल सकती है … पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें