भिंड, मध्य प्रदेश चंबल में अक्सर डाकू क्या काम किया करते थे कि जब जंगल में इधर से उधर जाते थे रास्ते में उन्हें कोई गांव पड़ता था तो उस गांव के किसी रसूखदार व्यक्ति के पास सूचना भिजवाया करते थे कि भाई आज के खाने का इंतजाम तुम कर लेना आज हम सब लोग तुम्हारे साथ ही खाना खाएंगे गांव का जिम्मेदार रसूखदार व्यक्ति खाने का इंतजाम करता था और ऐसे ही लगातार चलता चला जाता था
आज की कहानी में इस डाकू से बहुत बड़ी भूल हो जाती है और यही भूल उसकी जिंदगी का अंत बन जाती है दरअसल जिस घर में खाना खा रहा था खाना खाने के बाद ही पुलिस से मुठभेड़ शुरू हो जाती है उसे लगता है कि घर के व्यक्ति ने ही मेरी मुख भरी की है और इसी बात का बदला लेने के लिए उसने 1-2 नहीं बल्कि 6 लोगों की हत्या कर दी और यह बात बहुत ज्यादा वायरल होती है बहुत ज्यादा लोगों तक पहुंचती है इस बात को लेकर लोगों में खासा उबाल पैदा हो जाता है तब उस प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस दिवाली पर दीपक नहीं जलाएंगे जब तक कि उस व्यक्ति का अंत नहीं देख लेंगे।
उसके बाद फिर पुलिस शुरू हो जाती है उस व्यक्ति का अंत करने के लिए डाकुओं की तरफ से कहा जाता है कि उस डाकू को मारने के लिए 1-2 नहीं 10000 पुलिस वाले आए थे पुलिस के ऑफिस रिकॉर्ड में था कि 1500 पुलिस वाले उसको मारने के लिए गए थे… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें