कक्षा 6 में पढ़ने वाली एक छात्र जिसका नाम अतुल शर्मा होता है जब उसका एडमिशन कक्षा 6 में कराया गया था तो एक हिदायत दी गई थी कि रास्ते में कबाड़ी बाजार पड़ेगा कबाड़ी बाजार में कुछ कोटिया हैं और उन कोटियों से झांकती हुई कुछ लड़कियां आपको दिखाई देगी जिन्होंने कपड़े बड़े कम पहने होंगे उधर बिल्कुल मत देखना लेकिन जब उस लड़की को बार-बार समझाया जाता था तो लड़की वो जब स्कूल जाती थी और आती थी तो उसकी नज़रें उसी जगह पर टिकी होती थी
आगे चलकर उस लड़की ने एक संस्था बनाई संकल्प अब संकल्प संस्था बनाने के बाद कम से कम 500 बेटियों की जिंदगी बचाई क्योंकि कोठी पर रहती थी उन कोटिया से निकालकर उन्हें एक नई जिंदगी देने का काम शुरू कर दिया वह 500 बेटियां उस लड़की को माँ कहकर बुलाया करती है आज भी एक लड़की ऐसी आई जिंदगी में जो दीदी कहकर बुलाई करती थी लेकिन उस लड़की की भी एक मां बन गई ऐसी मां की जिसकी कहानी अगर आप सुनेंगे तो आप भी शायद भावुक भी हो जाएंगे कई इसमें ऐसी चीज निकल कर आएंगी जिसमें कोई रोमांचक वाला दृश्य भी आएगा
आज की जो दिलचस्प कहानी है वो हम उस 500 बेटियों की उनकी मां से से ही सुनेंगे … पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें