सोनीपत, हरियाणा अदालत की कार्रवाई चल रही थी और युग की पहली कार्रवाई नहीं थी जब जब कार्रवाई होती थी तब तब एक महिला अपने हाथ में तख्ती लेकर आती थी और उसी पर लिखा होता था कि मेरी बेटी को इंसाफ दो। दरअसल आज की जो तारीख थी वह 170 वी तारीख थी। 5 साल 5 महीने बीत चुके थे उस गरीब परिवार ने अदालत के दरवाजे पर यूं ही दस्तक दे रखी थी और यह कसम खाई थी कि जब तक मेरी बेटी को इंसाफ नहीं मिलेगा तब तक इस लड़ाई को जारी रखेगी। वह मां-बाप ही नहीं बल्कि पूरा हरियाणा प्रदेश इस फैसले के बारे में जानना चाहता था कि आखिरकार इस महिला को क्या इंसाफ मिलेगा इसकी बेटी को इंसाफ मिलेगा या नहीं मिलेगा।
जज साहब की नजर भी उस तख्ती पर थी जब जज साहब उस तख्ती को देखते हैं तो उन्हें फैसला देने में जरा भी संकोच नहीं होता वह कहते हैं कि 2 अपराधी हैं उन्हें तब तक फांसी के फंदे पर लटका कर रखा जाए जब तक कि उनके प्राण ना निकल जाए बस यह फैसला आना था कि सोशल मीडिया पर वायरल हो जाता है और यह लोग सोचने पर मजबूर हो जाते हैं आखिरकार ऐसा क्या मामला रहा था कि जज साहब ने ऐसा बोला क्योंकि न केवल जज साहब की आंखें नम थी बल्कि पूरी अदालत की आंखें नम थी इस फैसले के बाद हर कोई इस फैसले का दिल से स्वागत कर रहा था।
आज की जो सच्ची घटना हम आपको सुनाने जा रहे हैं यह सच्ची घटना है हरियाणा प्रदेश का एक जिला है सोनीपत। बात है 2 मई 2017 की। एक लड़की जो कि औद्योगिक क्षेत्र में नौकरी करने के लिए जाया करती थी जिसकी उम्र थी 19 साल। जैसे ही वह घर से निकली घर से कुछ ही दूर पर पहुंची थी आसपास कोई था ही नहीं और एक लड़के ने उस लड़की को बुरी नियत से पकड़ लिया दबोच लिया उसको खींचकर जंगल की ओर ले कर जाने की कोशिश कर रहा था उस लड़की को बहुत तेज गुस्सा आता है गुस्सा आने के बाद उसको बहुत जोर का एक थप्पड़ खींच के मारती है और कहती है कि आइंदा तुमने बदतमीजी करने की कोशिश की तो तुम्हें अंजाम भुगतना पड़ेगा। लड़की खुश थी क्योंकि उसके साथ जो हुआ था उसने उसका करारा जवाब दिया था लेकिन… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें