शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश यूपीएससी का एग्जाम क्लियर करने के बाद एक लड़के को आईपीएस का कैडर मिलता है और पहली पोस्टिंग होती है उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में थाना मिलता है फूलपुर और 3 महीने की ट्रेनिंग के लिए उस लड़के को भेजा गया था थाने में थानेदार के रूप में। पहले दिन, दूसरे दिन, तीसरे दिन तक लगातार आता तो था थाने लेकिन कोई फरियादी थाने में शिकायत लेकर नहीं आता था इस बात को लेकर थानेदार खुद परेशान हो जाता है कि यहां पर कोई फरियाद क्यों नहीं आता? क्या बात है?
तो सब के सब लोग गोलमोल जवाब दे देते हैं पांचवें दिन शाम को ड्यूटी पूरी करके जब वो आईपीएस ऑफिसर अपने सरकारी आवास पर जा रहा था तभी उन्हें देखते हैं कि थाने से 50 मीटर की दूरी पर एक चाय की टपरी होती है वहां पर 20-22 लोग खड़े हुए थे अपनी गाड़ी साइड में लगाते हैं और सीधा पहुंच जाते हैं उन्हीं लोगों के पास और जाकर कहते हैं कि भाई यहां क्यों खड़े हो? क्या बात है? क्यों भीड़ लगा रखी है?
तभी उनमें से एक बुजुर्ग आदमी कहता है कि साहब हम तो थाने में मिलने आए थे थानेदार साहब से एक इंस्पेक्टर साहब कहते हैं कि एक नया आईपीएस ऑफिसर आया जब तक वह थाने में रहेगा तो कोई नहीं आएगा… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें