मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश कभी-कभी पंचायत भी ऐसे फैसले सुनाती है जिन फैसलों की गूंज न केवल उन्हीं इलाकों में गूंजती है बल्कि पूरी दुनिया में गूंज जाती है जैसे गांव पंचायत ने फैसला सुनाया रेप के बदले में रेप और वह भी ऐसे नहीं जब रेप हो रहा होगा तो उसको पूरी पंचायत के लोग अपनी आंखों से देखेंगे कि सचमुच ऐसा हुआ है कि नहीं हुआ है पिछले दिनों हमने ऐसी ही कहानी सुनाई थी और आज की कहानी भी एक पंचायत पर आधारित है पंचायत में जो फैसला सुनाया था उसके बाद इस बात की गूंज पूरी दुनिया में फैल जाती है
इस घटना को कवरेज करने के लिए पूरी दुनिया की मीडिया उस गांव में लगभग 1 महीने तक डेरा डाले रहती है वाकई आज की कहानी रिश्तो को शर्मसार कर देने वाली कहानी है आपको परेशान कर देने वाली कहानी है
आज की सच्ची घटना जो हम आपको सुनाने जा रहे हैं यह घटना है उत्तर प्रदेश का एक जिला है मुजफ्फरनगर उसी का एक कस्बा लगता है चरथावल। बात है जून 2005 की। एक लड़की जिसकी 12 साल की उम्र में शादी हो जाती है उसका पति रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था धीरे-धीरे जिंदगी चल रही थी पहले एक बच्चा पैदा होता है दूसरा तीसरा चौथा इस तरह से उस महिला ने एक के बाद एक 5 बच्चों को जन्म दिया उसकी जिंदगी जैसे एक सामान्य जिंदगी थी बेहद गरीब परिवार यू कह सकते हैं कि उसके दरवाजे पर एक छोटा सा पर्दा लगा हुआ था दरवाजे के मुख्य द्वार पर दरवाजा था ही नहीं… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें