मेरठ, उत्तर प्रदेश एक लड़की रोज गांव से शहर जाया करती थी पढ़ने के लिए लेकिन उसने जो रास्ता चुना हुआ था वह पहाड़ियों के बीच से होकर गुजरता था जो कि बहुत ही शॉर्टकट रास्ता था जिस रास्ते पर कोई वाहन नहीं चलते थे लोग पैदल जरूर चलते थे रास्ते में उसको एक हाईवे भी पड़ता है जब कई बार वह हाईवे से गुजरती थी तो एक बार उसको एक आदमी ने रोक लिया तो वह बोला बेटा तुम जंगल के रास्ते से मत जाओ कोई जंगली जानवर तुम्हें खा ना जाए
उस लड़की ने यह बात कही तो उसने कहा कि चाचा जी मैं तो रोज इसी रास्ते से जाती हूं इसमें कोई दिक्कत वाली बात नहीं कोई एतराज वाली बात नहीं है मुझे कोई नहीं खाएगा मुझे यहां की एक एक रास्ते के बारे में अच्छे से जानकारी है ट्रक ड्राइवर अपनी बात कर के चला जाता है कुछ वक्त गुजर जाता है उस ट्रक ड्राइवर को वह लड़की एक बार फिर से दिखाई देती है तो उस लड़की ने उस ट्रक ड्राइवर को देखकर उसे नमस्ते की और वो चली गई फिर कुछ वक्त गुजरता है दूसरी तीसरी और चौथी बार में ट्रक ड्राइवर ने कहा कि अगर कोई एतराज ना हो तो क्या मैं तुम्हें छोड़ सकता हूं? तो उस लड़की ने उस ड्राइवर को देखा और वह मना नहीं कर पाई
ट्रक ड्राइवर के ट्रक में बैठकर वह चली जाती है और जब जा रही थी तो रास्ते में उसे ट्रक ड्राइवर ने कुछ खाने के लिए सामान दिया शुरुआत में तो वह मना करती है लेकिन जब ट्रक ड्राइवर उसे बार-बार खाने को बोल रहा था तो फिर वह खा लेती है लेकिन जैसे ही उस चीज को वह खाती है तो उसे चक्कर आने लग जाते हैं तो ट्रक ड्राइवर से बोलती है कि भैया आपने यह क्या दिया था जो मुझे चक्कर आने लगे ड्राइवर कहता है यह पहाड़ी इलाका है यहां जब गाड़ियों में सफर करते हैं तो चक्कर आने लग जाते हैं कोई बात नहीं है तुम लेट जाओ… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें