मुरादाबाद, गुरुग्राम मेरठ में एक बागपत अड्डा है और बागपत अड्डे के पास ही लेबर चौक है जहां पर सुबह-सुबह बहुत सारे लोग खड़े होते हैं यह सोच कर कि कोई उन्हें अपने घर लेकर जाएगा उनसे मजदूरी कराएगा कुछ पैसे मिलेंगे और पैसे से ही वह अपनी घर पर साग सब्जी या कुछ खाने का सामान लेकर जाएंगे रोजमर्रा की तरह लोग यहां पर आते हैं इंतजार करते हैं और कोई ना कोई आता है उन्हें लेकर चला जाता है
बात कर रहा हूं सन 2007 की। एक सलीम नाम का लड़का खड़ा हुआ था उस लेबर चौक पर तभी कार में बैठे हुए मुल्लाजी आते हैं इससे पहले कि किसी और व्यक्ति की नजर मुल्लाजी पर पड़ती तुरंत ही वह सलीम दौड़ कर मुल्लाजी की कार के पास जाता है और जाकर कहता है कि मुल्लाजी मैं आपके साथ चलूंगा। मुल्लाजी कहते हैं कि ठीक है अगर तुम्हें मेरे साथ चलना है तो बैठ जाओ गाड़ी के अंदर। गाड़ी के अंदर बैठ जाता है और बैठने की कुछ देर बाद ही उसे कुछ खाने का सामान दिया जाता है उसे खाते ही बेहोश हो जाता है
जब उसे होश आता है तो होश आने पर वह हॉस्पिटल में पाया जाता है उसके शरीर से एक महत्वपूर्ण अंग था जो गायब हो चुका था और यही देख कर उसकी दुनिया पूरी तरह से गुजर चुकी थी… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें