अजमेर, राजस्थान यह बात साल 2014 की है अलीगढ़ से दिल्ली रोड पर एक गांव लगता है दरअसल उस गांव में फजर की नमाज का वक्त हो चलता था लोग मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जैसे अपने घरों से निकलते हैं और मस्जिद का दरवाजा खोलकर जब अंदर प्रवेश करते हैं तो मौलाना साहब की लाश पड़ी हुई थी और उस लाश को देखने के बाद हर किसी की आंखें खुली रह जाती हैं
मौलाना साहब को बहुत बुरी तरह से मारा गया था उनके शरीर के कुछ अंग होते हैं वह भी बाहर निकल आते हैं क्योंकि उन्हें बहुत बुरी तरह से काटा पीटा गया था और जो कातिल होता है वो भी मस्जिद के अंदर ही मौजूद था और यह खबर पूरे गांव में फैल जाती है बड़ी संख्या में लोगों का जम घट भी लग जाता है सभी लोग सोच रहे थे कत्ल क्यों किया गया है कातिल की उम्र थी लगभग 12 या 13 साल के आसपास बताया जाता है कि वह मौलाना साहब उस बच्चे का शारीरिक शोषण करते थे और वह बालक बर्दाश्त नहीं कर पाया इसलिए फिराक में बैठा हुआ था कि कब उसे मौका मिले और कब वो अपने इस रेप का बदला ले
मामला जब लोगों तक पहुंच जाता है तो तभी उस दौरान इस मामले को गाँव के लोगों ने शांत करने की कोशिश की बात पुलिस तक भी पहुंच जाती है बताया जाता है कि जब कोई तहरीर मिलती नहीं है तो पुलिस भी आ जाती है और यह मौलाना जो रहने वाले होते हैं बिहार के उनकी लाश को उनके परिवार के सुपुर्द कर दिया जाता है चर्चा शुरू हो जाती है कि आखिरकार मौलाना की हत्या क्यों की गई थी… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें