ठाणे, मुंबई पिछले दिनों में एक जिला कारागार में गया वहां जाकर एक ऐसे व्यक्ति से मुलाकात की जिस ने तीन कत्ल किए थे और 4 लोगों को जान से मारने की कोशिश की थी उसी से बात चल रही थी मैंने सवाल पूछा कि जो तुमने किया है उसके बारे में तुम्हारा क्या कहना है तुम्हें पता नहीं है कि तुम्हारे तीन बच्चे हैं जो पढ़ने में बेहद होशियार हैं उनकी पढ़ाई पूरी तरह से टूट चुकी है उसने कहा मुझे अपने बच्चों को लेकर बहुत चिंता है।
जो मैंने किया है उसकी भरपाई तो नहीं हो सकती और उस समय को वापस भी नहीं किया जा सकता। मैं जिस व्यक्ति से बात कर रहा था उसे अपने किए पर बहुत बड़ा पछतावा था आज भी एक कहानी सुनाने जा रहे हैं इस सच्ची कहानी को सुनने के बाद आपको लगेगा कि एक तरफ एक बाप को चिंता थी बच्चों के भविष्य को लेकर और यहां भी एक बाप को चिंता होती है अपनी बेटी के भविष्य को लेकर और इसी बीच में ऐसा कदम उठाया जाता है जिस कदम की गूंज पूरे प्रदेश में गूंज जाती है
लोग सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि छोटी सी शान शौकत के लिए इंसान किस हद तक जा सकता है… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें