प्रयागराज, उत्तर प्रदेश 28 मार्च 2030 का ये वाकया है बरेली की जेल होती है उसके अंदर मौजूद कैदी जिसका नाम होता है अशरफ अली जो की अतीक अहमद का भाई होता है
उसको पुलिस की वैन में बैठा कर कहीं ले जाने की तैयारी में थे इससे पहले कि वह वैन के अंदर बैठता सभी मीडियाकर्मी उसे चारों तरफ से घेर लेते हैं चारो तरफ से घेरते ही उसपर कैमरा लगाते हैं कुछ पत्रकार सवाल पूछ पाते कि अशरफ अली ने खुद ही अपनी तरफ से बोलना शुरू कर दिया वह बोलता है कि एक बड़े अफसर ने उसे धमकी दी है वह कहता है कि एक-दो हफ्ते में तुम्हें जेल से बाहर निकाला जाएगा और बाहर निकालने के बाद फिर तुम्हें निपटा दिया जाएगा
जैसे ही यह बात कहता है इससे पहले कि पत्रकार कुछ और पूछते कुछ कहते उसे पहले ही उसने एक और बात कही उसने कहा कि मैंने बंद लिफाफे में एक पत्र लिखा है उस पत्र में उस अफसर का नाम लिखा है और उस पत्र को मेरे मरने के बाद भेजा जाएगा चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के पास।
पत्र भेजा जाएगा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के पास, पत्र भेजा जाएगा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास जब मेरी हत्या हो जाएगी तो वह पत्र खोला जाएगा और उस पत्र के अंदर लिखा हुआ है उस अफसर का नाम… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें