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आईपीएस विजय भूषण की ऐसी कहानी जिसे सुनकर आप उनको सैल्यूट करेंगे

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लखनऊ, उत्तर प्रदेश
यह बात है 21 दिसंबर 2021 की उत्तर प्रदेश के जनपद लखनऊ में पुलिस हेड क्वार्टर जो बना हुआ है वहां पर कुछ पुलिस वालों को सम्मानित किया जाना था और इस कार्यक्रम के चीफ गेस्ट हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक नाम बुलाया जाता है नाम विजय भूषण आईपीएस ऑफिसर, आईजी की पोस्ट होती है और जैसे ही मंच पर नाम बुलाया जाता है कि आप को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है

वह मंच पर पहुंचते हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। उस मेडल को लगाना होता है यहां जेब पर लेकिन जेब पर खाली जगह ही नहीं बची थी तो योगी जी मुस्कुराते हुए कहते हैं आईजी साहब आपके पास तो जगह ही नहीं बची है इतने सारे मेडल आपने पहले से ही इकट्ठे किए हुए हैं तभी बातों ही बातों में मुस्कुराते हुए कहते हैं अभी और नौकरी करोगे क्योंकि रिटायरमेंट का समय बहुत नजदीक आ चुका था तब वह कहते हैं सर जो भी आपका आदेश होगा। तभी इनको उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती प्रोन्नति बोर्ड में सदस्य का पद दिया जाता है कि अभी हमारे साथ और रहना है और काम करना है।

वाकई जिस इंसान ने अपनी पूरी जिंदगी में अच्छे अच्छे काम किए हो और अच्छे काम की बदौलत उन्हें ऐसे वक्त में रिटायरमेंट के बाद पुरस्कार मिले तो बात और भी बन जाती है आज भी एक ऐसा किस्सा सुनाने जा रहे हैं जिस किस्से को सुनने के बाद आपको लगेगा कि वाकई इन्होंने अपनी जिंदगी में एक से बढ़कर एक काम किए है एक और किस आपके लिए हाजिर है।… पूरा देखने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें

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