गाजियाबाद, यूपी
रॉबिनहुड नाम सुनकर आपके ज़हन में किसी हॉलीवुड की फिल्म के हीरो की इमेज उभर आती होगी या कोई कॉमिक हीरो समझ आता होगा, लेकिन हम ऐसे चोर का काला चिट्ठा खोलेंगे जो खुद को भारत का रॉबिनहुड समझ बैठा। अपनी टीम के साथ बड़े घरों को निशाना बनाता और चोरी के रुपयों से गांव की सड़कें या फिर किसी गरीब बेटी की शादी करवा देता। ऐसा करने से उसको लगता था कि उसके पाप धुल गए।
कविनगर थाना क्षेत्र से पकड़े गए इरफान या उजाले से करते हैं।आमतौर पर चोर जब भी किसी घर या इमारत में चोरी करने के लिए जाते हैं ग्रुप में और बाइक से आते है, लेकिन ये जनाब जेगुआर और स्कॉर्पियो जैसी कार से काले कपड़े पहनकर आते थे और चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। इसके दल में पत्नी, गर्लफ्रेंड और चचेरे भाई समेत 11 लोग थे।लेकिन घर में पीछे के रास्ते से पेचकस और कटर लेकर इरफान अकेले ही जाता था।चोरी भी किसी आम आदमी के घर नहीं बल्कि बड़े बड़े धन्नासेठ, मंत्री सरकारी अधिकारी, जजों के घरों में हाथ साफ करता था। इरफान की माने तो वो ऐसे लोगो को निशाना बनाता था जो काली कमाई किया करते थे, ताकि कोई आसानी से उसके खिलाफ पुलिस स्टेशन में ना जाए।पुलिस के मुताबिक इरफान ने हीरो जैसे बेशकीमती नगो और सोने की करोड़ों रुपयों की ज्वैलरी चुराई है।ज्यादातर इरफान और उसके साथी ज्वैलरी को लेकर ही चंपत होते थे।इरफान और उसके 11 साथी दिल्ली, पंजाब, बिहार, उत्तर प्रदेश, गोवा और तेलांगाना में करीब 25 चोरी की बड़ी वारदातों को असली जामा पहना चुके हैं।करीब करीब 8 से 10 सालों से ये ग्रुप चोरी के धंधे में लिप्त है।आए दिन बड़ी कोठियों में होने वाली बड़ी चोरियों ने पुलिस की भी नींद खराब कर रही थी, सितंबर 2021 में गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में लोहा कारोबारी कपिल गर्ग के घर चोरी हुई है। कारोबारी राज्यमंत्री के पड़ोसी है तो ऐसे में up police की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठने लगे? पुलिस ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए स्पेशल टीम गठित की और इसके दल के पीछे पड़ गई। जहां से भी जो सुराग और जानकारी मिलती उसी से पुलिस इरफान के सभी सदस्यों तक पहुंच गई।रह गया बस इरफान व साथियों के पकड़े जाने के बाद मुखिया भी ज्यादा देर तक पुलिस की गिरफ्त से बच नहीं पाया।अक्तूबर 2021 में पुलिस ने इरफान को भी धर दबोचा।इसके बाद इरफान ने जो कहानी बताई, उसे सुनकर पुलिस भी सन्न रह गई।पुलिस अधिकारी के मुताबिक इरफान बिहार सीतामढ़ी का रहने वाला है जोकि शादीशुदा है और एक साधारण से परिवार से आता है।लेकिन बड़ी बड़ी गाड़ियों का शौक और लग्जरी जिंदगी जीने के लिए वो चोरी करने लगा। उसके इस धंधे में उसकी पत्नी गुलशन प्रवीण जोकि पंचायत सदस्य का उस वक्त चुनाव लड़ रही थी और बहुत सारी गर्ल फ्रेंड भी साथ देती थी।जब पुलिस की तफ्तीश में इरफान ने बताया कि कारोबारी के घर से चुराई गई ज्वैलरी को बहुत दिनों तक सीतामढ़ी के खेतों में छुपाया था।बाद में कुछ जेवरात को बेच दिया और कुछ पर लोन ले लिया।इरफान चोरी करने की घटना को अंजाम देने के लिए रोबिन हुड की तरह जेगुअर या स्कॉर्पियो से जाता था।जिसे उसका ड्राइवर चलाता था।लेकिन घर के अंदर इरफान अकेले ही दाखिल होता था।जैसे ही चोरी कामयाब हो जाती थी तो पहले से ही उसके साथी और ड्राइवर भागने के लिए तैयार रहते थे।थाना अधिकारी की माने तो इरफान उर्फ़ उजाले सीतामढ़ी में उनका मसीहा की तरह जाना जाता था।क्योंकि चोरी के पैसे से वो गरीबों को मदद किया करता था।अपने गांव को सड़क तक उसने खुद चोरी के पैसे से बनवाई है।दर्जन भर गरीब लड़कियों की शादी भी करवाई है।बताते है उसके दर से कोई फरियादी मायूस होकर नहीं जाता था।तभी तो स्थानीय लोगो ने जिद्द करके उसकी पत्नी गुलशन को पंचायत सदस्य का चुनाव लड़वाने के लिए राजी किया।पुलिस अधिकारी को उसने ये भी बताया है कि दिल्ली में जज के पड़ोसी और गोआ में गवर्नर के पड़ोसी के यहां भी उसने चोरी की है और कभी भी रंगे हाथ नहीं पकड़ा गया।पुलिस से बचने के लिए वो मुंबई और नेपाल तक भी गया है।बहरहाल,पुलिस ने इरफान को उसके सभी सदस्यों को पकड़कर जेल भेज दिया था।
अब बात दूसरे रोबिन हुड की,ये रोबिन हुड पढ़ा लिखा और बैंक अधिकारी का बेटा है जो चोरी करने के लिए शेरवले क्रुज कार का इस्तेमाल किया करता था।इसका नाम सिद्धार्थ मेहरोत्रा है जो एनिमेशन में डिप्लोमा किया हुआ था।और इसके पिता बैंक में डीजीएम पद से सेवानिवृत है।सिद्धार्थ मेहरोत्रा भी इरफान उजाले की तरह दिल्ली और नोएडा में ब्यूरोक्रेट्स,नेता और सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाता था।सिद्धार्थ 2013 में दक्षिण दिल्ली में चोरी के मामले में गिफ्तार हो चुका था।जमानत पे बाहर आते ही उसने एक साथ कई चोरियां की।ये भी पहले वाले रोबिन हुड की तरह लग्जरी कार से इलाके में जाता था और अकेले ही चोरी करता था।ये भी बड़े बड़े घरों से कीमती ज्वैलरी ही चुराता था।और चोरी की हुई ज्वैलरी को नोएडा के mutthut फाइनेंस के यहां गिरवी रखकर अपने शौक पूरे करता था।पुलिस के सोर्स बताते है कि आईफोन जैसे ही लॉन्च होता था सबसे पहले यही खरीदता था।चोरी किए हुए पैसे से ब्रांडेड कपड़े खरीदना इसकी आदत बन गई थी।अपनी पत्नी और बेटी को मन माफिक जगहों पर घुमाकर लाता था।दोस्तो में अपनी शान बनाने के लिए उन्हें लेह लद्दाख तक चोरी के ही पैसों से घुमाता था।पुलिस की माने तो इस पर चोरी के 28 मुकदमें दर्ज है।शेरवले क्रुज कार में चोरी करने से पहले उस इलाके की रेकी करता था।और अगर डोर वेल बजाने पर घर का मालिक बाहर आ जाए तो ऐसे नाटक करता था मानो वो गलती से इस घर पे आ गया है। सिद्धार्थ मेहरोत्रा जैसे चोर बड़ी ही चालाकी से अपनी वारदात को अंजाम देकर भाग खड़े होते है और कोई इनके रहन सहन शाही जिंदगी को देखकर अंदाजा ही नहीं लगा सकता कि ये हमारे ही बीच रहने वाले शातिर चोर है।दोनो ही रोबिन हुड के पास से पुलिस को लाखो रूपियो की नगदी और ज्वैलरी बरामद हुई है और दोनो ही चोरों के खिलाफ अदालत में चोरी के कई मामलों में ट्रायल चल रहा है।
अब आप सोच रहे होंगे कि हम इन दोनो को रोबिन हुड क्यों कह रहे है।दरअसल 12 वीं शताब्दी में अंग्रेजी लोक गाथाओं में रोबिन हुड नाम का चरित्र बहुत चर्चा में था। कहा जाता है कि रोबिन हुड बड़े बड़े घरों में या राजा के महल में चोरी करके गरीबों की मदद किया करता था साथ ही अपने शाही शौक भी पूरे किए करता था।जिसकी शानो शौकत देखकर उसके चोर होने का कोई अंदाजा नहीं लगा सकता था।रोबिन हुड चरित्र इतना प्रसिद्ध है कि इस पर कई फिल्में भी बन चुकी है।